DA Arrears: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए वर्ष 2025 की शुरुआत अच्छी रही है। हाल ही में केंद्र सरकार ने महंगाई भत्ते (डीए) में दो प्रतिशत की वृद्धि करने की घोषणा की है। इस वृद्धि के साथ, महंगाई भत्ता 53 प्रतिशत से बढ़कर 55 प्रतिशत हो गया है। यह बढ़ोतरी 1 जनवरी 2025 से लागू हो चुकी है और इसका लाभ लगभग 50 लाख केंद्रीय कर्मचारियों तथा 65 लाख पेंशनभोगियों को मिलेगा।
महंगाई भत्ते में यह वृद्धि पिछले सात वर्षों में सबसे कम है, लेकिन फिर भी कर्मचारियों के लिए राहत भरी खबर है। इस बढ़ोतरी से सरकारी खजाने पर लगभग 6,614 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। इससे कर्मचारियों की आय में सीधा इजाफा होगा, जिससे उनकी क्रय शक्ति बढ़ेगी और जीवन स्तर में सुधार आएगा।
एरियर का भुगतान तीन किस्तों में
खुशी की बात यह है कि केंद्रीय कर्मचारियों को नए महंगाई भत्ते के साथ-साथ पिछले तीन महीनों (जनवरी, फरवरी और मार्च 2025) का बकाया भी मिलेगा। यह बकाया राशि (एरियर) अप्रैल माह के वेतन के साथ कर्मचारियों के बैंक खातों में जमा कर दी जाएगी। यह एक अच्छी खबर है क्योंकि कर्मचारियों को एक साथ अतिरिक्त धनराशि प्राप्त होगी।
जिन कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन 18,000 रुपये है, उन्हें महंगाई भत्ते की इस वृद्धि से प्रति माह 360 रुपये का अतिरिक्त लाभ मिलेगा। तीन महीने के एरियर के रूप में उन्हें कुल 1,080 रुपये की अतिरिक्त राशि प्राप्त होगी, जो अप्रैल के वेतन के साथ उनके खातों में जमा होगी।
पेंशनभोगियों को भी मिलेगा लाभ
केंद्रीय कर्मचारियों के साथ-साथ पेंशनभोगी भी इस वृद्धि से लाभान्वित होंगे। जिन पेंशनरों की मूल पेंशन 9,000 रुपये है, उन्हें प्रति माह 180 रुपये का अतिरिक्त लाभ मिलेगा। तीन महीने के एरियर के रूप में उन्हें कुल 540 रुपये की अतिरिक्त राशि प्राप्त होगी।
इस प्रकार, केंद्र सरकार का यह निर्णय न केवल वर्तमान कर्मचारियों बल्कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए भी फायदेमंद साबित होगा। इससे वरिष्ठ नागरिकों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार आएगा, जो महंगाई के इस दौर में बहुत जरूरी है।
महंगाई भत्ते की गणना कैसे होती है
महंगाई भत्ते की गणना ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (AICPI) के आधार पर की जाती है। दिसंबर 2024 में AICPI का आंकड़ा 143.7 था, जिससे महंगाई भत्ता 55.99 प्रतिशत बनता है। लेकिन सरकारी नियमों के अनुसार, महंगाई भत्ते की गणना में दशमलव के बाद की संख्या को नहीं जोड़ा जाता है, इसलिए इसे 55 प्रतिशत ही माना गया।
यह 78 महीनों में पहली बार हुआ है जब कर्मचारियों को 0.01 प्रतिशत का नुकसान हुआ है। हालांकि यह कमी बहुत मामूली है, फिर भी यह एक दिलचस्प तथ्य है। आमतौर पर महंगाई भत्ते में वृद्धि कर्मचारियों के पक्ष में ही होती है, लेकिन इस बार थोड़ा अलग देखने को मिला।
आठवें वेतन आयोग का प्रभाव
भविष्य में आठवें वेतन आयोग के लागू होने पर केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता शून्य हो जाएगा। इसके बाद महंगाई भत्ते की गणना फिर से नए सिरे से शुरू होगी। यह एक सामान्य प्रक्रिया है जो हर वेतन आयोग के लागू होने पर अपनाई जाती है।
आठवें वेतन आयोग के बाद कर्मचारियों को अधिक लाभ होगा क्योंकि तब उनकी मूल वेतन राशि अधिक होगी। इससे महंगाई भत्ते की राशि भी बढ़ेगी। इस प्रकार, लंबे समय में कर्मचारियों के वेतन में और अधिक वृद्धि होने की संभावना है।
केंद्र सरकार द्वारा महंगाई भत्ते में की गई यह वृद्धि कर्मचारियों के लिए राहत भरी है। हालांकि यह वृद्धि सिर्फ दो प्रतिशत है, लेकिन इससे कर्मचारियों की आय में सीधा इजाफा होगा। साथ ही, तीन महीने के एरियर का भुगतान भी कर्मचारियों के लिए अतिरिक्त आर्थिक सहायता प्रदान करेगा।
इस निर्णय से न केवल कर्मचारियों बल्कि पेंशनभोगियों को भी लाभ मिलेगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। यह कदम सरकार की कर्मचारियों के प्रति सकारात्मक सोच और उनके कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
Disclaimer
इस लेख में दी गई जानकारी सरकारी घोषणाओं और उपलब्ध आंकड़ों पर आधारित है। वेतन, भत्ते और एरियर के संबंध में अंतिम निर्णय और भुगतान की तिथि सरकारी आदेशों के अनुसार परिवर्तित हो सकती है। कृपया अधिक जानकारी के लिए अपने विभाग के वेतन और लेखा कार्यालय से संपर्क करें या सरकारी वेबसाइट पर जारी आधिकारिक सूचनाओं का अवलोकन करें।