New Toll Tax Rules 2025: भारत में राजमार्गों और हाईवे के विकास के साथ-साथ टोल टैक्स का भुगतान यात्रियों के लिए एक आम बात बन गई है। हर दिन लाखों वाहन इन सड़कों से गुजरते हैं और टोल टैक्स का भुगतान करते हैं। यह टैक्स कई लोगों के लिए आर्थिक बोझ बन जाता है, खासकर उनके लिए जो नियमित रूप से इन मार्गों का उपयोग करते हैं। लेकिन अब राहत की खबर है कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने टोल टैक्स के संबंध में नए नियम बनाए हैं, जिनके अनुसार कई वर्गों के लोगों को टोल टैक्स से छूट मिलेगी।
टोल टैक्स का निर्धारण कैसे होता है?
NHAI ने टोल टैक्स वसूलने के लिए विशेष नियम बनाए हैं। टोल टैक्स का निर्धारण वाहन के प्रकार और यात्रा की दूरी के आधार पर किया जाता है। जो वाहन सड़कों को अधिक नुकसान पहुंचाते हैं, उन पर अधिक टोल टैक्स लगाया जाता है। उदाहरण के लिए, भारी वाहनों जैसे ट्रक और बसों पर अधिक टोल टैक्स लगता है, जबकि छोटे वाहनों जैसे कारों और टू-व्हीलर्स पर कम टोल टैक्स लगता है। यह व्यवस्था सड़कों के रखरखाव और उनके विकास के लिए महत्वपूर्ण राजस्व प्रदान करती है।
आपातकालीन वाहनों को मिलेगी छूट
नए टोल टैक्स नियम 2025 के अनुसार, आपातकालीन सेवाओं में लगे वाहनों को टोल टैक्स से पूरी तरह छूट दी गई है। इसमें एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड और अन्य आपातकालीन सेवा वाहन शामिल हैं। ये वाहन बिना किसी टोल टैक्स का भुगतान किए टोल बूथ से गुजर सकते हैं। यदि किसी टोल बूथ पर इन वाहनों से टोल टैक्स की मांग की जाती है, तो संबंधित अधिकारियों के पास इसकी शिकायत की जा सकती है। यह नियम आपातकालीन सेवाओं को बिना किसी बाधा के अपने गंतव्य तक पहुंचने में मदद करेगा।
सैन्य वाहनों को भी मिलेगी विशेष छूट
भारतीय सेना और अन्य रक्षा विभागों के वाहनों को भी टोल टैक्स से छूट प्रदान की गई है। ये वाहन जब भी किसी भी राष्ट्रीय राजमार्ग पर टोल बूथ से गुजरते हैं, तो उन्हें कोई भी टोल टैक्स नहीं देना पड़ता है। यह छूट इसलिए दी गई है क्योंकि ये वाहन देश की सुरक्षा और बचाव से संबंधित कार्यों में प्रयोग किए जाते हैं। सेना के वाहनों के लिए यह सुविधा उनके महत्वपूर्ण कार्यों को ध्यान में रखते हुए प्रदान की गई है।
वीआईपी वाहनों के लिए विशेष प्रावधान
नए टोल टैक्स नियमों के अनुसार, कई वीआईपी वाहनों को भी टोल टैक्स से छूट मिलेगी। इनमें भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, सांसद और उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के वाहन शामिल हैं। साथ ही, परमवीर चक्र, अशोक चक्र, महावीर चक्र, कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों के विजेताओं के वाहनों को भी इस टैक्स से छूट मिलेगी। इन वीआईपी लोगों को केवल अपना पहचान पत्र दिखाना होगा और वे बिना किसी टोल टैक्स के टोल बूथ से गुजर सकेंगे।
सार्वजनिक परिवहन और दोपहिया वाहनों के लिए राहत
राज्य सरकारों द्वारा संचालित बसों को भी टोल टैक्स से छूट दी गई है। इसके अलावा, सभी दोपहिया वाहन चालकों के लिए एक बड़ी राहत यह है कि उन्हें किसी भी टोल बूथ पर टोल टैक्स का भुगतान नहीं करना होगा। यह नियम आम लोगों के लिए एक बड़ी राहत है, क्योंकि भारत में बहुत से लोग दोपहिया वाहनों का उपयोग करते हैं। इसके अलावा, जिन क्षेत्रों में टोल बूथ स्थापित किए गए हैं, वहां के निवासियों को भी कुछ विशेष छूट प्रदान की गई है।
स्थानीय निवासियों के लिए विशेष सुविधा
नए नियमों के अनुसार, जिन क्षेत्रों में टोल बूथ स्थापित किए गए हैं, वहां के आसपास रहने वाले लोगों को भी कुछ राहत मिलेगी। अगर कोई व्यक्ति किसी टोल बूथ के निश्चित किलोमीटर के दायरे में रहता है, तो उसे टोल टैक्स में छूट मिलेगी। यह सुविधा स्थानीय निवासियों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे अक्सर इन सड़कों का उपयोग अपने दैनिक कामकाज के लिए करते हैं।
24 घंटे में दोबारा यात्रा का विशेष लाभ
NHAI ने उन यात्रियों के लिए भी एक विशेष प्रावधान किया है, जो 24 घंटे के भीतर एक ही टोल बूथ से दो बार गुजरते हैं। ऐसे मामलों में, वाहन चालक को दूसरी बार केवल आधा टोल टैक्स देना होगा। यानी, दो बार टोल बूथ से गुजरने पर उन्हें कुल मिलाकर डेढ़ गुना टोल टैक्स का भुगतान करना होगा। यह नियम उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है, जो दैनिक आवागमन के लिए इन सड़कों का उपयोग करते हैं।
फास्टैग की अनिवार्यता
हालांकि टोल टैक्स के संबंध में कई छूट और सुविधाएँ प्रदान की गई हैं, फिर भी यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि भारत में अब सभी टोल बूथ पर फास्टैग का उपयोग अनिवार्य कर दिया गया है। फास्टैग एक इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह प्रणाली है, जिसके माध्यम से वाहन चालक बिना रुके टोल टैक्स का भुगतान कर सकते हैं। इससे टोल बूथ पर लगने वाली लंबी कतारों से बचा जा सकता है और समय की बचत होती है।
नए नियमों का प्रभाव
टोल टैक्स नियम 2025 के लागू होने से कई लोगों को आर्थिक राहत मिलेगी। आपातकालीन सेवाओं, सैन्य वाहनों, वीआईपी वाहनों, सार्वजनिक परिवहन और दोपहिया वाहनों को दी गई छूट से न केवल उन वाहनों के चालकों को लाभ होगा, बल्कि यह समग्र यातायात प्रणाली को भी सुचारू रूप से चलाने में मदद करेगा। इसके अलावा, स्थानीय निवासियों और नियमित यात्रियों को दी गई विशेष सुविधाओं से उनका बोझ भी कम होगा।
Disclaimer
प्रस्तुत लेख में दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों और NHAI के प्रकाशित दिशा-निर्देशों पर आधारित है। किसी भी अधिक जानकारी या अद्यतन नियमों के लिए कृपया NHAI की आधिकारिक वेबसाइट या संबंधित सरकारी विभागों से संपर्क करें। यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और इसे कानूनी सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। टोल टैक्स नियम समय-समय पर बदल सकते हैं, इसलिए यात्रा से पहले अद्यतन जानकारी प्राप्त करना सुनिश्चित करें।